छत्तीसगढ़ उद्योग संसाधन
छत्तीसगढ़ उद्योग संसाधन Chhattishgarh Industrial आप सभी को पता ही होगा हमारा छत्तीसगढ़ राज्य उद्योगों संसाधनो के धनी होने के साथ साथ वन संपदा और खनिज उद्योग विकाश में भी सबसे आगे है और आगे रहेगा यहाँ विभिन्न संसाधन तथा उद्योगों के कारण छत्तीसगढ़ अपने नाम से जाना जाता है इसमें एक और मुख्या है जो की छत्तीसगढ़ कृषि आधारित राज्य है जहा संसाधनों का भंडार है |
खनीज आधारित
छत्तीसगढ़ खनीज आधारित उद्योगों में से मुख्य उद्योग सीमेंट, लौह, इस्पात एल्यूमीनियम आदि प्रमुख हैं
सीमेंट उद्योग
सीमेंट उद्योग कारखाना छत्तीसगढ़ में कई जगह स्थापित छत्तीसगढ़ में सीमेंट उद्योग की आवश्यकता अनुसार यहाँ कच्चे माल बहुतायत मात्रा में उपलब्ध है छत्तीसगढ़ में वर्तमान समय में सात वृहद और अनेक छोटे सीमेंट संयंत्र स्थापित है छत्तीसगढ़ के मध्यवर्ग भाग में चुना और पत्थर का विशेष भंडार है इसलिए इन जगह में अधिक सीमेंट उद्योग पाए जाते हैं और स्थापित किए जाते हैं
सीमेंट उद्योग छत्तीसगढ़ में आधारभूत उद्योगों की अनुसार से लौह इस्पात के बाद राज्य में सीमेंट उद्योग कई स्थान हैं छत्तीसगढ़ राज्य में सुना तथा पत्थर की अधिक मात्रा होने के कारण सीमेंट उद्योग का पर्याप्त विकास हुआ राज्य का पहला सीमेंट कारखाना की स्थापना एसीसी असोसिएटेड सीमेंट कंपनी के द्वारा सन् 1964 ईसवी में दुर्ग जिले के जामुल नामक स्थान में किया गयाराज्य में सीमेंट उद्योग निम्नलिखित जगह में पाए जाते हैं जैसे कि –
छत्तीसगढ़ सीमेंट संसाधन
नाम | जगह |
1. असोसिएट सीमेंट कंपनी | जामुल दुर्ग |
2. लाफार्ज सीमेंट कंपनी 1 | जांजगीर चंपा |
3. लाफार्ज सीमेंट कंपनी 2 | सोनडीह बलौदाबाजार |
4. बिरला सेंचुरी सीमेंट | बैकुंठ रायपुर |
5. अल्ट्राटेक सीमेंट | हिरमी बलौदाबाजार |
6. ग्रासिम सीमेंट कंपनी | रवान बलौदाबाजार |
7. अंबुजा सीमेंट | सोनडीह बलौदाबाजार |
छत्तीसगढ़ अन्य सीमेंट उद्योग
नाम | जगह |
1. इमामी सीमेंट | रिसदा बलौदाबाजार |
2. श्री राम इंडस्ट्रीज | राजनांदगांव |
3. केलकर सीमेंट | भाटापारा,बलौदाबाजार |
4. जे.पी. सीमेंट | भिलाई-दुर्ग |
5. सीमेंट कोप्रेसन इंडिया | मांढर-रायपुर |
6. जे. के. लक्ष्मी सीमेंट | तिल्दा-नेवरा |
7. मोदी सीमेंट | मोदिग्राम रायगढ़ |
8. जय बजरंग PVT. LMT. | जगदलपुर-बस्तर |
9. रेमंड सीमेंट | गोपाल नगर जांजगीर |
10. CCI सीमेंट 2 | अकलतरा |
लौह इस्पात उद्योग
लौह इस्पात उद्योग पूरे भारत तथा विश्व में उद्योगों कीजननी मानी जाती है लॉ इस्पात भारत में उद्योगों का एक ऐसा इतिहास है जो ज्यादा पुराना नहीं है उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम चरण में भारत में इसकी शुरुआत हुई थी तथा आने वाले समय में भारत विश्व का चौथा लौह इस्पात उत्पादक देश बना
लौह इस्पात छत्तीसगढ़ राज्य का प्रमुख मुख्य उद्योग है छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में भिलाई नामक स्थान में लौह इस्पात का एक कारखाना है यह छत्तीसगढ़ राज्य का एकमात्र कारखाना है सपाट संयंत्र की स्थापना भिलाई में सन 1955 ईस्वी में सोवियत संघ के आर्थिक सहयोग के द्वारा की गई थी सन् 1959 ईस्वी में ईएनद्र का उत्पादन फरवरी माह से प्रारंभ हुआ था इस लौह इस्पात संयंत्र के लिए दल्ली राज हरा की पहाड़ियों में कुकिंग कोयला जरिया और कोरबा से धूली हुई कोयला करगाली दुग्धा और पाथरडीह से प्राप्त किया जाता था तथा अभी भी उन्हीं से लिया जाता है
एल्यूमीनियम उद्योग
हमारे भारत देश में एल्यूमीनियम सर्वप्रथम भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड की स्थापना तीसरा पंचवर्षीय योजना के अनुसार छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 28 नवंबर सन् 1965 ईस्वीं में किया गया था इसका उत्पादन 1975 ईस्वी में शुरू किया गया था बॉक्साइट की आपूर्ति हेतु कारखानों में इसका उपयोग किया जाता था अमरकंटक और putka खानों तथा जलापूर्ति हेतु हसदो नदी से किया गया इस संयंत्र के मुख्य तीन प्रकार के अंग है फेब्रीकेशन संयंत्र प्रगालक संयंत्र और एल्यूमिनियम संयंत्र है
एल्यूमीनियम क्या है
एल्यूमीनियम यह है आरु का तथा मुलायम धातु होता है और इसका रंग सफेद या ग्रे कलर होता है इसका मुख्य आस्क बॉक्साइट को माना जाता है इस अयस्क को एल्यूमीनियम ऑक्साइड पदार्थ को अलग करने पर एल्युमिना नामक पदार्थ की प्राप्ति होती है और इस एल्यूमीनियम को इलेक्ट्रोलाइट विधि द्वारा एल्यूमीनियम के रूप में बदला जाता है
एल्यूमीनियम का ऊपयोग
- चॉकलेट बिस्किट तथा अन्य खाद्य पदार्थों की पैकिंग एल्यूमीनियम फोईल की मदद से किया जाता है
- बर्तन और ठियोग आदि बनाने के लिए भी एल्यूमीनियम पदार्थ का उपयोग किया जाता है
- और स्टील जब पिघली हुई अवस्था में होती है तब उनके ऑक्सीकरण के प्रभाव से बचाने हेतु एल्यूमीनियम पदार्थ का उपयोग किया जाता है
- एल्यूमीनियम पदार्थ का उपयोग करके फर्नीचर उत्पादन ऑटोमोबाइल के ढांचे पिस्टन आदि उत्पादन बनाने में काफी सहायक प्रदान करता हैं
वन आधारित उद्योग
कागज उद्योग,
भारत के मध्य पेपर मिल चांपा
बीड़ी सिगरेट उद्योग.
छत्तीसगढ़ राज्य में उधर कुटिया के रूप में बीड़ी तथा सिगरेट को किया जाता है और इस प्रमुख उद्योग का केंद्र निम्नलिखित हैं जैसे कि डोंगरगढ़ राजनांदगांव बिलासपुर तथा खैरा इस उद्योग का मुख्य केंद्र है
कत्था,
सरगुजा प्रोडक्ट – अंबिकापुर
हर्रा,
रायपुर तथा धमतरी जिले में हर्रा निकलने का कारखाना स्थित है
कोसा‚
जांजगीर चांपा राज्य में कोंसा उद्योग विशेष रूप से प्रसिद्ध हैतथा इसके अलावा रायगढ़ कोरबा जशपुर बिलासपुर अंबिकापुर महासमुंद कांकेर धमतरी और दांतेवाड़ा इन आदि जिलों में इस उद्योग का बहुतायात विकास हुआ
कृषि आधारित उद्योग
चांवल,
भारत राज्य में रायपुर जिले में चावल की सबसे अधिक मिले हैं और सबसे कम सरगुजा जिले मैं हैं और राज्य में सबसे ज्यादा लगभग 700 मिलों की संख्या हैं
सूती वस्त्र उद्योग
बंगाल नागपुर राज्य में कॉटन मिल की स्थापना 1962 ई. में राजा बलराम दस की कोशिश के कारण स्थापित हुआ है
शक्कर उद्योग
भारत में सबसे पहले शक्कर का मिल प्रतापपुर में सन् 1903 को स्थापित किया गया था तथा राज्य में शक्कर कारखानों की संख्या 4 हैं
जुट उद्योग
हमारे भारत विश्व में जुट उद्योग का पहला योगदान है कोलकाता के पास रिसरा नाम के स्थान में सन् 1869 में जुट उद्योग का पहला कारखाना लगाया गया था तथा रायगढ़ में जुट उद्योग का एकमात्र कारखाना सन् 1935 ई. में स्थापित किया गया था
नोट – दोस्तों अगर आपको हमारा पोस्ट अच्छा लगे तो कृपया अपने दोस्तों को भी भीजिये यदि आपको मेरी आर्टिकल में किसी भी प्रकार की गलती लगे तो कृपया मुझे कमेंट के जरिये बता दीजियेगा हम उसे सुधार कर देंगे
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