भारत की जनसंख्या का करीब 8% हिस्सा आदिवासियों का है इनकी जनसंख्या 10,00,00,000 से भी अधिक है आदिवासियों में कई जातियां शामिल हैं हर जाति की अपनी कुछ खासियतें होती है तो आज हम अपने इस आर्टिकल में नागालैंड आदिवासी जनजाति के बारे में बताएँगे नागा आदिवासी भारत के नागालैंड मणिपुर अरुणाचल प्रदेश और असम में नागा आदिवासी निवास करते हैं यह समूह भारत के पड़ोसी राज्य म्यांमार में भी बसते हैं नागा का अर्थ पहाड़ों पर रहने वाला होता है और भौगोलिक रूप से नागा आदिवासी पहाड़ों पर ही बसें हैं
नागा जनजाति की संख्या
की कुल जनसंख्या करीब 29,00,000 है जिसमें भारत में करीब 26,00,000 म्यांमार में 3,00,000 के करीब है नागालैंड राज्य में नागाओ की जनसंख्या करीब 16,00,000 है
नागालैंड में कितनी जनजातियां हैं,भाषा
नागादर्शन कोई एक जाति नहीं बल्कि जाति समूह है नागा जाती में प्रमुख रूप से 19 जनजाति शामिल हैं जिनमें ओस, अंगामी, चांग, चाकसांग, कोन्याक (चेन),लैनोंग (हतांगन), माकुरी, नोक्को, पैरा, सोमरा तंगखुल, तांगशांग, आओ आदि प्रमुख है नागालैंड नागा भाषा और अंग्रेजी भाषा बोलते हैं प्रारंभ में नागा आदिवासी का अपना खुद का धर्म था वे प्राकृतिक चीजों की पूजा करते थे किंतु ईसाईकरण के चलते अधिकतर नागा आदिवासी ईसाई धर्म को मानते हैं
नगाओ के वस्त्र
नागा लोग पहाड़ियों की ठंडी और आर्द्र जलवायु में साधारण सफेद पोशाक पहनते हैं जिसे स्थानीय भाषा में सुबूस कहा जाता है नागा लोग आभूषण पहनने के बड़े शौकीन होते हैं स्त्री और पुरुष दोनों कान छेदवाते है स्त्रियां घाघरा पहनती हैं उनके कपड़े का रंग समूह के अनुसार होता है स्त्रियाँ सोंगतेम और पुरुष लिंगता नामक वस्त्र पहनते वे सब समय के अनुसार नागा आदिवासी ने पारंपरिक वस्त्रों की जगह स्कर्ट, कुर्ती, पैजामा, और जीन्स पहनना आरंभ कर दिया है
नागालैंड का प्राचीन इतिहास
भारत के अधिकतर आदिवासी समूहों का लिखा हुआ इतिहास नहीं मिलता नागा समूह की जाति कोन्याक जो जरूर पुराने समय में हेड हंटर के रूप में जानी जाती थी दरअसल कोन्याक भारत और म्यांमार की सीमा पर बसे हुए हैं जब कोन्याक आदिवासियों की लड़ाई उनके दुश्मन से होती थी तब दुश्मन को मारकर उसका सिर अपने घर में सजाकर रखते थे नागा लॉकदाऊ नामक हथियार से ही दुश्मनों का सिर काटते थे
वैसे तो नागा आरंभ से ही एक युद्ध प्रिय जाती रही है इनका सारा जीवन ही युद्ध पर आधारित है मार डालना या मर जाना इनके जीवन की सामान्य घटनाएं है नागलोक धनुष बाण, ढाल, भाला, तोप, और बंदूक का उपयोग युद्ध करने हेतु करते थे ये लोग बानो को जहर लगाकर और अधिक घातक बनाते थे 1228 में जब अहोम साम्राज्य की नीव गई रखी गई तब नागा अहोमो के संपर्क में आए 1832 में यूरोपीय लोग नागा पहाड़ियों पर नागा आदिवासियों के बीच आए
किक्रमा की लड़ाई
अंग्रेजों ने पहले आंग्ल बरमिय युद्ध और यानडवा की संधि के बाद असम और मणिपुर पर अधिकार कर लिया अंग्रेजी असम के चाय बागानों से व्यापार करने के लिए वे नागा पहाड़ियों से असम के लिए एक सड़क बनाना चाह रहे थे किंतु नागा आदिवासियों को अंग्रेजों की यह मन सुबेर ठीक नहीं लगे उन्होंने समय समय पर अंग्रेज़ों पर ढाबा बोलना शुरू कर दिया अंग्रेजों ने नागाओं के खिलाफ़ 10 अभियान शुरू किया पर उन्हें नागाओं ने अपने तीर कमान से ब्रिटिश सैनिकों के राइफलों को कड़ी टक्कर दी कीक्रमा की यह लड़ाई वर्तमान नागालैंड के फैंक जिले में हुई इस लड़ाई के बाद भी नागाओं पर अंग्रेज अपना दबदबा नहीं बना सके
नागाओ उन्हें लगातार छापामार युद्ध जारी रखा की क्रोमा युद्ध को हमेशा याद रखने के लिए मई 2022 में कि किक्रमा गांव में एक मोनोलिथस स्मारक बनवाया गया 19 वीं शताब्दी की दौरान ब्रिटीशों ने नागाओ की पारंपरिक प्रथा जैसे हेड हंटिंग और अंतर्जातीय हिंसा को समाप्त करना चाहा पर अंगामी नागाओं ने ब्रिटीशों का पुरज़ोर से विरोध किया प्रथम विश्व युद्घ के दौरान करीब 2000 नागाओं ने ब्रिटिश भारतीय सेना में सम्मिलित होकर पश्चिमी मोर्चे में सेवा दी द्वितीय विश्व युद्ध में बड़ी संख्या में नागाओ ने ब्रिटिश भारतीय सेना में सम्मिलित होकर जापानी सेना के खिलाफ़ ब्रम्हा अभियान में लड़ाई लड़ें
नागा आंदोलन
नागा आंदोलन सामाजिक एकता लाने और प्राचीन धर्म को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से किया गया था एक युवा रोग में नेता जदोनांग नाम के नेतृत्व में एक शक्तिशाली नागा आंदोलन हुआ जिसका उद्देश्य नागा राज्य की स्थापना करना था इसी आंदोलन के कारण जदोनांग को गिरफ्तार कर उन्हें 29 अगस्त 1931 ईसवी को फांसी दी गई जदोनांग के बाद 17 वर्षीय नागा महिला गादील्यो ने नागा
विद्रोह की नेता बनीं गादील्यो को रानी यूफादी से नवाजे गया नागाओं द्वारा कुछ नगर बसाए गए जिनमें होमलीन, लाहे, लेशी, हकमती, पंगसौ, नदी टैक्सों डूंगी उपनगर, नान्यून, रामू, तनाई, उप नगर और सोमरा उपनगर आदि रहे नागाओं ने समय समय पर बाहरी सत्ता को चुनौती दी 14 अगस्त 1947 को भारत का पहला राज्य नागालैंड आजाद हुआ
नागा संस्कृति
नागाओं के गांव छोटे और छितरे होते हैं अक्सर ये अपनी झोपड़ियां ढालू पहाड़ियों के शिखर खड़ी चट्टानों और तीव्र ढाल पर बनाते है मकानों के छत घांस तार के पत्तों से बने होते हैं दीवारें और फर्श मजबूत बांस की बनाई जाती हैं मकान की छत हमेशा तिरछी बनाई जाती है जिससे कि वर्षा का जल शीघ्रता से भर सके नागा लोग मुख्य भोजन के रूप में चावल खाते हैं साथ ही साथ ये मांसाहारी भोजन भी खाते है नागलोक मधु हुक्के और तंबाकू अफीम के सेवन भी करते है
नागालैंड में शादी कैसे की जाती है
नागाओं में विवाह युवा लड़का और लड़की दोनों की स्वीकृति से होता है नागाओं के प्रत्येक गांव में मोरंग होता है ये एक विशाल संग्रह होता है जहां अविवाहित युवक रात्रि में विश्राम करते है नागा लोग रंग से प्यार करते हैं अक्सर वे रंग बिरंगी डिजाइन बनाते हैं नागा रंग बिरंगी टोकरी कपड़ों की बुनाई लकड़ी की नक्काशी मिट्टी के बर्तन धातु का काम आभूषण बनाना और मूर्तियों का काम करते हैं
नागा लोग झूमकर सी करते नागा पारंपरिक लोकगीत गाते हैं जिनमें ऐतिहासिक घटनाएं समाहित रहती है इनके गीत पूजा युद्ध और इतिहास से जुड़े नागा समूह के कुछ वाद्ययंत्रों में टेटे बांस के मुख्यंत्र बांस की बांसुरी और और तुरही ड्रम आदि हैं विभिन्न नागा समूह के अपने अलग त्योहार हैं अंतर समूह संपर्क को बढ़ावा देने के लिए नागालैंड सरकार ने 2000 से वार्षिक होनबिल महोत्सव का आयोजन किया
नागा रेजिमेंट
नागा रेजिमेंट 1970 से सक्रिय है 1970 में पहली भूटालियन रानी खेत कुमाऊं में स्थापित की गई इस रेजिमेंट में ग्रोथ भारतीय राज्य नागालैंड से ही भर्ती होती है इस रेजिमेंट में करीब आँधी संख्या नाग आदिवासियों की रहती है और आधी में कुमाऊंनी गढ़वाली और गोरखा रहते है नागा रेजिमेंट का नारा जय दुर्गा नागा है
दोस्तों मै आशा करता हु मेरा यह नागालैंड आदिवासी जनजाति का आर्टिकल पड़ने अच्छा लगा होगा अगर आपको ऐशा कूछ भी लगा हो जो गलत है तो हमें जरुर कमेंट करे हम सुधार कर अपडेट कर देंगे
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1 – नागालैंड में कितनी जनजातियां हैं?
नागादर्शन कोई एक जाति नहीं बल्कि जाति समूह है नागा जाती में प्रमुख रूप से 19 जनजाति शामिल हैं जिनमें ओस, अंगामी, चांग, चाकसांग, कोन्याक (चेन),लैनोंग (हतांगन), माकुरी, नोक्को, पैरा, सोमरा तंगखुल, तांगशांग, आओ आदि प्रमुख है
Q2 – नागालैंड में कैसे कपड़े पहने जाते हैं?
नागा लोग पहाड़ियों की ठंडी और आर्द्र जलवायु में साधारण सफेद पोशाक पहनते हैं जिसे स्थानीय भाषा में सुबूस कहा जाता है
Q3 – नागालैंड में कौन सा धर्म है?
प्रारंभ में नागा आदिवासी का अपना खुद का धर्म था वे प्राकृतिक चीजों की पूजा करते थे किंतु ईसाईकरण के चलते अधिकतर नागा आदिवासी ईसाई धर्म को मानते हैं
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